Thursday, 28 January 2021
Monday, 25 January 2021
नोटबन्दी की खबरों पर अब आई आर बी आई की सफाई
इस समय मीडिया के बड़े वर्ग में कुछ पुराने करेंसी नोटों (100, 10 और 5 रुपये के) को अगले महीने से चलन से हटाने की खबर चल रही है। लेकिन, इससे घबराने की कोई बात नहीं है। क्योंकि इस खबर में सच्चाई नहीं है। बैंकिंग क्षेत्र के नियामक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने स्पष्ट किया है कि 100,10 और 5 रुपये सभी पुराने नोट वैध हैं और वह चलन में बने रहेंगे। इन्हें चलन से हटाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।सभी नोट वैध बने रहेंगे

रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) के प्रवक्ता (Spokesperson) ने स्पष्ट किया कि आगामी मार्च या अप्रैल के बाद भी 100, 10 और 5 रुपये के पुराने नोट (Old Note) चलन में बने रहेंगे। उनका कहना है कि इन मूल्य वर्ग के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने (Demonetization) करने की कोई योजना नहीं है। जब तक ये चलने लायक होंगे, चलते रहेंगे।
Sunday, 24 January 2021
घर पर पीनी है शराब तो लेना होगा लाइसेंस!
*यूपी में अब घर में शराब पीने के लिए लेना होगा सरकारी लाइसेंस,*
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में शराब के शौकीनों के लिए बुरी ख़बर है।
यूपी में अब अजीबो गरीब आबकारी पॉलिसी लागू होने जा रही है।
इस पॉलिसी के तहत अब अगर आपको घर में शराब का सेवन करना है
*तो अब आपको लाइसेंस लेना होगा। जी हाँ, आपने सही पढ़ा !*
आबकारी विभाग अब घर में दारु पीने के लिए 12 हजार लाइसेंस फीस लेगा।
विभाग 51 हजार रुपए गारंटी मनी लेगा और घर पर दारू पीने के लिए अब सरकारी लाइसेंस चाहिए होगा।
अब अगर आपने बिना लाइसेंस घर में शराब रखी तो आपके खिलाफ जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जहरीली शराब की बिक्री और उससे हो रही मौतों को तो रोकने में विभाग नाकाम है लेकिन घर पर ब्रांडेड दारू पीने वालों पर डंडा चलाने की पूरी तैयारी में है।
*फिलहाल घरेलू मिनी बार लाइसेंस के लिए अधिसूचना जारी हो गयी है और आबकारी की नई पॉलिसी से आम जनमानस में क़ाफी नाराजगी देखी जा रही है।*
Saturday, 23 January 2021
बंद होने वाले हैं 100,5 और 10 के ये नोट,जानें कब से
बड़ी खबर: मार्च के बाद नहीं चलेंगे पुराने 100, 10 और 5 रुपए के नोट, RBI ने दी जानकारी
आरबीआई ( RBI ) अचानक से कोई भी पुराना नोट बंद नहीं करता इसलिए पहले बाजार में उस मूल्य का नया नोट सर्कुलेशन में लाया जाता है.
100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए के पुराने नोटों के चलन को लेकर आरबीआई की तरफ से एक अहम जानकारी दी गई है. भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक मार्च -अप्रैल के बाद से ये सभी पुराने नोट चलन से बाहर हो जाएंगे. यह जानकारी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के असिटेंट जनरल मैनेजर बी महेश की ओर से दी गई है. दरअसल आरबीआई ने जानकारी दी है कि वह इन पुराने नोटों की सीरीज को वापस लेने की योजना पर काम कर रही है.
भारतीय रिजर्व बैंक के असिटेंट जनरल मैनेजर बी महेश के मुताबिक 100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए के पुराने करेंसी नोट अंततः चलन से बाहर हो जाएंगे, क्योंकि आरबीआई की मार्च-अप्रैल तक इन्हें वापस लेने की योजना है. दरअसल 100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए के पुराने नोट के बदले नए नोट पहले से ही सर्कुलेशन में आ चुके हैं.
100 रुपए के नए नोटों का क्या होगा
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से 100 रुपए का नया नोट साल 2019 में जारी किया गया था. दरअसल नोटबंदी में जिस तरह 500 और 1000 के नोट बंद करने पर अफरातफरी मच गई थी. इसलिए अब आरबीआई अचानक से कोई भी पुराना नोट बंद नहीं करना चाहती इसलिए पहले बाजार में उस मूल्य का नया नोट सर्कुलेशन में लाया जाता है. इसके चलन में पूरी तरह आने के बाद ही पुराने नोट को चलन से बाहर किया जा रहा है.
इस बैठक में दिया गया बयान-
भारतीय रिजर्व बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर बी महेश ने इस बात की जानकारी डिस्ट्रिक्ट लीड बैंक की ओर से आयोजित जिला स्तरीय सुरक्षा समिति (DLSC) और जिला स्तरीय मुद्रा प्रबंधन समिति (DLMC) की बैठक में दिया. इस बैठक को नेत्रावती हॉल में आयोजित किया गया था.
10 रुपए के सिक्कों का क्या होगा
दरअसल 10 रुपए के सिक्कों को लेकर बाजार में कई तरह की अफवाह फैलाई जाती है कि यह मान्य नहीं है. ऐसे सिक्के जिनपर रुपी का चिन्ह मार्क नहीं है कई ट्रेडर्स या छोटे दुकानदार उसे लेने से मना कर देते हैं. इसपर आरबीआई का कहना है कि यह बैंक के लिए समस्या का विषय है इसिलए बैंक समय समय पर इस तरह की अफवाहों से बचने का सलाह जारी करता है.
ऐसे चलन से बाहर होंगे पुराने नोट
भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2019 में जब 100 रुपए के नोट जारी किए तो तभी साफ कर दिया था कि “पहले जारी किए गए सभी 100 रुपए के नोट भी कानूनी निविदा के रूप में जारी रहेंगे” इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद 2,000 रुपए के अलावा 200 रुपये के नोट जारी किए थे.
Friday, 22 January 2021
सीनियर सिविल जज ने बच्चों को नशे के विरुध्द जागरूकता का दिया संदेश
सीमान्त खटीमा में स्कूली बच्चो के बीच जिले के सीनियर सिविल जज व विधिक शिविर के सचिव द्वारा नशा मुक्ति संकल्प को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने शिरकत कर बच्चो को विधिक शिविर के चार संकल्पों के बारे में जागरूक किया सर्राफ स्कूल मेंआयोजित विधिक शिविर में संकल्प नशा मुक्ति देवभूमि,स्थाई लोक अदालत की भूमिका जैसी जानकारी को महत्तपपूर्ण तरीके से बताया तो वंही सीनियर जिला सिविल जज अविनाश श्रीवास्तव जी ने वर्तमान मे नशे की ओर बढ़ रहे युवाओं को लेकर नशा मुक्ति को लेकर स्कूली बच्चो से संवाद कर जागरूक कार्यक्रम किया गया।शिविर में सी ओ मनोज ठाकुर,डॉ सुनीता रतूड़ी तहसीलदार यूसुफ अली,अधिवक्ता रामवचन,चंचला सिंह,छत्तर सिंह सेला, नरेंद्र रौतेला ,प्रधानाचार्य अजय बंसल आदि ने भी अपने विचार रखे कार्यक्रम में शिरकत करने आये स्कूली बच्चो ने भी इस जागरूक कार्यक्रम की सराहना की है। पी एल वी विमल कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
अब प्राधिकरण से नक्शे पास करवाने,भू उपयोग बदलवाने के लिए नहीं खाने पड़ेंगे धक्के,जानें कितने दिन में हो जाएगा काम।
देहरादून
प्रदेश भर में प्राधिकरण से मकान का नक्शा पास करवाने,भू उपयोग बदलवाने में हो रही दिक्कतों और इसमे व्यापक पैमाने पर भरस्टाचार की शिकायतों को देखते हुए सरकार ने इनके लिए समयावधि तय कर दी है,अब नक्शे के लिए नहीं काटने पड़ेंगे प्राधिकरण के चक्कर, शासन ने जारी किया आदेश, इतने दिन में जारी होंगे नक्शे -
कहाँ आपस में ही भिड़ गए भाजपा नेता,दफ्तर में तोड़फोड़
पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही बीजेपी में नए बनाम पुराने नेताओं की जंग चल रही है। इस जंग को लेकर गुरूवार को पूर्वी बर्दवान जिले में दो गुटों में भिड़ंत हुई और पार्टी के दफ़्तर में तोड़फोड़ की गई। इस दौरान दोनों गुटों के लोगों के बीच पत्थरबाज़ी भी हुई।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने कहा कि इनमें से एक गुट पार्टी के पुराने नेताओं का था और उनका ग़ुस्सा इस बात को लेकर था कि पार्टी में दूसरे दलों से आए नए लोगों के कारण उन्हें किनारे किया जा रहा है।
पार्टी के जिस दफ़्तर में तोड़फोड़ हुई है, उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के द्वारा वर्चुअली उद्घाटन किया जा रहा था और दफ़्तर में बैठक चल रही थी। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पुराने नेताओं को सम्मान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी बातों को सुनने के बजाए पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनसे ही ग़लत व्यवहार शुरू कर दिया।
बैठक के दौरान ही एक गुट बाहर निकल कर आया और दफ़्तर के बाहर खड़े दो मिनी ट्रकों में आग लगा दी। उन्होंने पार्टी दफ़्तर पर पत्थर फेंके और खिड़कियां तोड़ दीं। इसके बाद पुलिस आई और उसने हालात को संभाला।
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे टीएमसी के कार्यकर्ताओं का हाथ है जबकि टीएमसी ने कहा कि यह बीजेपी की अंदरूनी लड़ाई का नतीजा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी का कोई कार्यकर्ता इस घटना में शामिल पाया जाता है तो उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
Thursday, 21 January 2021
बड़ी खबर,दिल्ली में किसान नेता पर हमला
दिल्ली से बड़ी खबर
विज्ञान भवन जाते समय किसान नेता की गाड़ी पर हमला, रुलदुह सिंह मानसा की गाड़ी पर हमला कर शीशे तोड़े गए, रेड लाइट पर रुके किसान नेता की गाड़ी पर लाठी डंडे से किया गया हमला, किसान नेता के मुताबिक पुलिस की मौजूदगी में किया गया हमला।
पुलिस अधिकारियों की छुट्टियां रद्द होना क्या सरकार और किसानों के बीच बड़े टकराव की आहट है?
चंडीगढ़-26 जनवरी पर प्रस्तावित किसान ट्रैक्टर रैली को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने अपने सीनियर अधिकारियों की छुट्टियों को रद्द किया।सरकार के इस कदम से किसानों और सरकार के बीच टकराव की आशंका को बल मिला है।गौरतलब है कि किसानों द्वारा गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली निकालने के ऐलान और आंदोलन के तेज होने की आशंका से घबराई केंद्र सरकार ने किसानों को कानून डेढ़ वर्ष तक स्थगित करने का फार्मूला दिया था जिस पर किसानों ने विचार करने के बाद बताने को कहा था,इस पर फिलहाल जो संकेत मिल रहे हैं वह सकारात्मक नही दिख रहे हैं फिर भी आज सरकार और किसानों के बीच होने वाली वार्ता में ही स्पष्ट हो पायेगा कि सरकार के फार्मूले का क्या हुआ ।उत्तराखंड के किस गांव में हुई भाजपाइयों की एंट्री बैन
कृषि कानूनों के चलते भाजपा नेताओं के गांव में प्रवेश पर लगाई रोक,बैनर लगाए
कृषि कानूनों के विरोध के चलते उत्तराखंड के इस गांव में अब भाजपा नेताओं का प्रवेश निषेध कर दिया गया है। बकायदा इसके लिए गांव के बाहर बोर्ड लगाया गया है। जसपुर की ग्राम पंचायत मनोरथपुर के ग्राम मलपुरी के निवासियों ने कृषि कानूनों के विरोध के चलते भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं को किसान विरोधी बताकर उनका प्रवेश ग्राम में निषेध कर दिया है।
ग्राम मलपुरी में ग्राम वासियों ने ग्राम के बाहर विद्युत पोलों पर बोर्ड लगाकर भाजपा कार्यकर्ताओं, नेताओं से ग्राम में नहीं आने का अनुरोध किया है। कहा की यदि वह उनके ग्राम में आते हैं तो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ग्राम वासियों की नहीं है। वह स्वयं अपनी सुरक्षा के जिम्मेदार होंगे।
ग्रामीणों ने पंचायत कर कहा की केंद्र में भाजपा की सरकार है। किसान संगठनों की मांग पर केंद्र सरकार किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस नहीं कर रही है। अब तक 70 से अधिक किसान अपनी शहादत दे चुके हैं। इससे ग्रामीण भाजपा से आक्रोशित हैं। पंचायत में पूर्व प्रधान सुबा सिंह, अवतार सिंह, नवदीप सिंह, अर्जुन सिंह, राजू सिंह, जितेंद्र सिंह, परमजीत सिंह, मनिंदर सिंह आदि उपस्थित थे।
Friday, 15 January 2021
Friday, 8 January 2021
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