Sunday, 23 August 2020
खटीमा बाज़ार में ऐसा क्या हुआ कि अफरातफरी के बीच धडाधड गिरने लगे दुकानों के शटर
रविवार दोपहर खटीमा बाजार में अचानक मची अफरातफरी के बाद धड़ाधड़ दुकानों के शटर बंद होने लगे और कुछ देर बाद लगभग पूरा बाजार बंद हो गया।हुआ यूँ कि रविवार सुबह एस डी एम और तहसीलदार की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद दोनों अधिकारियो ने स्वयं को होम आइसोलेट करने के साथ ही अपील भी की थी कि हाल ही में जो लोग उनके संपर्क में आये थे वे अपनी जाँच करा लें।वहीं स्वास्थ विभाग की टीम पुलिस को साथ लेकर दोपहर को बाजार पहुंची तथा दुकानदारों व उनके स्टाफ का रैपिड एंटीजेन टेस्ट कराने को कहने लगी इस पर व्यापारी भड़क गए उनका कहना था कि उन्हें खुद के स्वास्थ की चिंता है और यदि उन्हें कोई परेशानी महसूस हो रही होगी तो वे स्वयं अपना टेस्ट करवाने अस्पताल पहुंचेंगे लेकिन जबरन टेस्ट नही कराने देंगे उनका ये भी कहना था कि पहले तो रैपिड टेस्ट की जाँच प्रमाणिक नही है जिसका उदाहरण राजीव नगर निवासी स्व पी के चौधरी हैं जिनकी रैपिड जाँच कोरोना पॉजिटिव आई थी जबकि मौत के बाद पहुंची आर टी पी सी आर रिपोर्ट नेगेटिव थी,व्यपारियो का यह भी कहना था कि जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उनके प्रतिष्ठान और आवास को सील करने के साथ ही उनके पूरे मोहल्ले को कंटेन्मेंट जोन बना दिया जायेगा,और 5 माह से लगातार परेशानी झेलते हुए उन लोगों के लिए ये दोहरा आघात होगा जिसे वे बर्दास्त नही करेंगे।हालाँकि विरोध को देखते हुए टीम द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया कि टैस्ट स्वेच्छिक होंगे और किसी का जबरन टेस्ट नही किया जायेगा लेकिन व्यापारियो ने उन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए दुकाने बंद करनी शुरू कर दी और देखते देखते लगभग पूरा बाजार बंद हो गया।विरोध करने वाले व्यवसाइयों में व्यापार मंडल महामंत्री अमन अरोड़ा,कोषाध्यक्ष हिमांशु अग्रवाल ,पूर्व महामंत्री तरुण ठाकुर,जानकी ओली,सुखदेव सिंह,विक्की गुलाटी,ऐन बी तिवारी महेश जोशी,नरेश गुप्ता,रवि अग्रवाल आदि शामिल थे।
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