फिर से भड़के प्रधान,कार्यालय में ठोंका ताला
वित्त कटौती वापस करने तथा मानदेय बढ़ाने व राज्य में उत्तराखण्ड पंचायती राज अधिनियम लागू करने की मांग को लेकर ग्राम प्रधानों ने खटीमा विकासखण्ड कार्यालय में तालाबंदी कर प्रदर्षन किया। शुक्रवार को प्रांतीय प्रधान संघ के आह्वान पर प्रधान संघ अध्यक्ष मोहनी पोखरिया के नेतृत्व में प्रदेष सरकार के खिलाफ प्रदर्षन कर जमकर नारेबाजी करते हुए अनिष्चितकालीन धरना षुरू कर दिया है। पोखरिया ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चतुर्थ राज्य विकास वित्त आयोग की संस्तुतियों के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों को प्रदत्त संक्रमित धनराषि में कटौती की है। उससे गांव का विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यो में पूर्व से ही ग्राम पंचायतें आधारभूत इकाईयों के रूप में अपना महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है। इनकी भूमिका के दृष्टिगत केन्द्रीय वित्त की धनराषि केवल ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराने की संस्तुति की गई है। जबकि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा गठित चुतर्थ राज्य वित्त आयोग ने अपने अनुषंसा में पूर्व निर्धारित 50 प्रतिशत अंश में से 35 प्रतिषत अंश

कर दिया है। प्रधानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों का निस्तारण नहीं होता है तो तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान चरन सिंह राना, माया जोषी, पूजा दत्ता, संगीता देवी, जानकी जोषी, रेखा देवी, षमषेरवती, लक्ष्मी राणा, बीना राणा, सोनी राणा, षिव कुमारी, पार्वती राणा, नीलम पासी, कुंदन सिंह राणा, पवन कुमार, सतपाल सिंह, अमलोक वर्मा, ओमप्रकाष, रमेष सिंह, देवेन्द्र सिंह राणा, संदीप राणा, अतीक अहमद, मानवती देवी, अषोक राणा, रामराज मौर्य आदि मौजूद थे।
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