Tuesday, 8 August 2017
अरुण जेटली बताएं कि आखिर केंद्र का विषय क्या है :हरीश रावत
खटीमा ,प्रतापपुर में बीते माह कर्ज के दबाव के चलते हुए हृदयाघात से हुई किसान की मौत पर उसके परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा की जमकर खिंचाई की ,उन्होंने कहा कि किसान भले ही आत्महत्या करके मरा हो या हृदयाघात से महत्वपूर्ण यह है कि दोनों की परिस्थितियों में उसकी मौत कर्ज के बोझ से हुई है इसलिए सरकार को इस मामले में भेदभाव नहीं करना चाहिए,उन्होंने केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली के उस बयान पर जिसमे उन्होंने किसानो की कर्ज माफ़ी को राज्य का विषय बताया था कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बताये कि आखिर उसका बिषय क्या है ,पूर्व सी एम ने कहा कि जब चुनाव प्रचार के समय प्रधानमंत्री मोदी अमित शाह और राजनाथ सिंह जनसभाओ में कह रहे थे कि सरकार बनने पर 15 दिन में किसानो का कर्ज माफ़ कर देंगे तो क्या उस समय उन्हें पता नहीं था कि यह किसका विषय है ,उन्होंने सरकार को 15 दिनों में कर्ज माफ़ी का याद दिलाते हुए किसानो को तुरंत राहत देने की मांग की ,वही राज्यसरकार के कामकाज के बारे में पूछे गए सवाल के उत्तर में कहा की अभी प्रदेश आपदा में है इसलिए इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहकर डेढ़ माह बाद सरकार की खबर लेंगे,पूर्व सी एम ने मृतक किसान के परिजनों को 40 हजार की सहायता अपनी तरफ से दी .
Subscribe to:
Post Comments
(
Atom
)
No comments :
Post a Comment