Monday, 19 June 2017
फर्जी निकला ईनामी स्कीम चलाने वाली संस्था का रजिस्ट्रेशन
बनबसा(नारायण दत्त भट्ट )उपनिबंधक, फर्म सोसाइटीज एण्ड चिट्स, चम्पावत में सोसाईटी पंजीकरण अधीनियम 1860 के तहत बिना पंजीकरण के ही शारदा वेलफेयर सोसाइटी के नाम पर पिछले 6 माह से क्षेत्र में धडल्ले से प्रति माह अवैघ रूप से लक्की ड्राॅ निकालकर ईनाम बाॅटने वाली यह सोसाईटी पुलिस महानिदेशक देहरादून द्वारा करवाई गई जाॅच में फर्जी पाई गयी है। उल्लेखनीय है कि नियमो को ताक पर रखकर क्षेत्र में चलाए जाने वाली शारदा वेलफेयर सोसाइटी की जाॅच को लेकर अन्तराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ, भारत के कुमाड मंडल अध्यक्ष विनय शुक्ला ने पुलिस महानिदेशक देहरादून को 29 दिसम्बर 2016 को एक शिकायती पत्र भेजा था। जिस पर पुलिस अधीक्षक रामचन्द्र राजगुरू ने इसकी जाॅच बनबसा थाने से करवाई थी। इसके बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष मनीष खत्री ने इसकी जाॅच थाने के उपनिरीक्षक अजय प्रकाश को सौंपी थी। एक माह तक जाॅच किये जाने के बाद उपनिरीक्षक अजय प्रकाश ने अपनी जाॅच में शारदा वेलफेयर सोसाइटी के नाम से किसी भी सोसाइटी का उपनिबंधक कार्यालय में पंजीकरण होना नही पाया। जाॅच पूरी होने के बाद बनबसा पुलिस ने पुलिस अधीक्षक चम्पावत को भेजी जाॅच रिपोर्ट में इस सोसाइटी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की सिफारिस की है पुलिस उपाधीक्षक राजन सिंह रौतेला ने बताया कि इस संस्था में बनबसा, टनकपुर, खटीमा, सितारगंज और नानकमत्ता आदि स्थानो के 1200 सदस्यो का संस्था से जुड़ा होना पाया गया सभी सदस्य 1100 रूपया प्रतिमाह इस संस्था में जमा कराते है और प्रतिमाह लाटरी सिस्टम से लक्की ड्राॅ निकलकर सदस्यो को उपहार में सामान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जाॅच के बाद इस सोसाइटी का अवैध रूप से संचालित होना पाया गया। उन्होंने कहा शीघ्र ही इस सोसाइटी के पुलिस वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि शारदा वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष पद पर एनएचपीसी निवासी महेन्द्र सिंह बिष्ट अध्यक्ष है जबकि फागपुर निवासी मनोज कालाकोटी इसके संरक्षक है। सोसाइटी के अध्यक्ष महेन्द्र बिष्ट ने जाॅच अधिकारी को अपने लिखित कथन में बताया है कि संस्था का रजिस्टेशन हो चुका है। जबकि पुलिस की जाॅच में उसका यह कथन झूठा निकला। वहीँ संस्था में क्षेत्र के न सिर्फ तमाम रसूखदार लोग जुडे है बल्कि स्टेट बैंक आॅफ इंडिया शाखा बनबसा में कार्यरत एक सरकारी कर्मचारी भी इससे जुड़ा हुआ है। यह तथ्य पुलिस द्वारा शारदा वेलफेयर सोसाइटी की जाॅच में सामने आया है। पुलिस द्वारा जाॅच में फर्जीवाड़ा पाये जाने के बावजूद सोसाइटी के खिलाफ अभी तक कोई कानमनी कारवाही न किये जाने से पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है।
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